Daughter Property Rights In India:  पिता की संपत्ति में बेटी के हिस्से को लेकर Highcourt का बेमिसाल फैसला

पिता की संपत्ति में अब बेटी के अधिकारों को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है।

हाई कोर्ट ने बहन भाई के प्रॉपर्टी विवाद को लेकर यह अहम् फैसला सुनाया है जो आपको जरुर जानना चाहिए।

फैसला यह सुनाया गया है कि जिस घर में “बेटी अगर बड़ी होगी-वही घर की कर्ता धर्ता होगी” और

“मुखिया की गैर मौजूदगी में घर में जो सबसे बड़ा होगा (चाहे वह लड़का है या फिर लड़की) वही घर का कर्ता होगा।  “कर्ता” मतलब “मुखिया” 

 दिल्ली के एक व्यापारी परिवार की बड़ी बेटी ने चचेरे भाई पर किया था केस

वर्ष 2005, हिन्दू सेक्शन एक्ट,  संशोधन कर धारा 6 जोड़ी थी। जिसके जरिये महिलाओ को पैतृक संपत्ति में बराबर का हक़ दिया

पिता की कमाई संपत्ति के मामले में बेटी का पक्ष अक्सर कमजोर होता है। मतलब कि-

“अगर पिता, बेटी को खुद की संपत्ति में हिस्सा देने से मना कर रहा है तो बेटी हिस्सेदारी का दवा नहीं कर सकती”